ये किताब में लिखी एक ऐसी कहानी है जो पाठकों को ये सोचने पर मजबूर कर देगी के, "क्या सच में ये एक कालपनीक कहानी है, या इसमे किसी की हकीकत का कोई अंश है?"। अब इस का सही जवाब तो इस कहानी को पूरी तरह न सिरफ पढ़ के, बल्कि समझ के ही मिलेगा। इस के टाइटल "अधूरी मुलाकात मगर मुक्कमल मोहब्बत", से लग सकता है की ये ऐसी ही कोई आम सी लव स्टोरी होगी, पर असल में ये सिर्फ लव स्टोरी नहीं, इस कहानी के इश्क में एक तड़का है, जो आपको पढ़ने के बाद ही पता चलेगा, हमें उम्मीद है आपको ये कहानी पसंद आएगी।