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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Pal"अनीता की अनुभूती" पुस्तक में अनीता झा ने अपनी भावनाएं और वास्तविकता लिखी है। इसमें बताया गया है कि से कठिन परिस्थिति मे अपने आप को कैसे संभाला जाता है। साथ ही साथ अपने संयम, धैर्य, क्रोध, मानसिक संतुलन व खुशियों को कलम व कापी द्वारा बयाँ किया गया है। इस पुस्तक को पढने के बाद अपने आप को मानसिक रूप से स्वस्थ बना सकते है।
अनीता झा
इस पुस्तक की रचयिता अनीता मिश्रा का जन्म बिहार के राजनगर (सुगौना) गाँव में 16 मार्च 1990 मे हुआ इन्होने अपनी प्रारंभिक शिक्षा उत्तर प्रदेश व "स्नातक" दिल्ली विश्वविद्यालय से उतींण किया। यह साधारण परिवार के साथ -साथ सादगी मे अपना जीवन यापन करना पसंद करती है। यह अपनी भावनाओं को लिखना और कविताए लिखना पसंद करती है। इनकी कविताओं में वास्तविकता है प्रत्येक कविता अच्छी सीख की ओर प्रेरित करती है। विवाह के पश्चात इन्होने जीवन के कई उतार चढ़ाव देखे, खासतौर पर स्वास्थ्य सम्बन्धी परन्तु इन्होने हार नही मानी और अपनी शिक्षा को फिर से प्रारंभ किया। अभी तक इन्होने 150 से अधिक कविताएँ लिखी हैं। जिसमें से 20 कविताएँ "अनीता की अनुभूती" नामक पुस्तक में शामिल है। राजेश झा जो इनके जीवन साथी है लेखिका इनके सर्घष और जज्बों का अनुसरण करती है।
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