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Ashwathama Syndrome / अश्वत्थामा सिंड्रोम Shapit Amarata

Author Name: Dr. Ravindra Pastor | Format: Paperback | Genre : Young Adult Fiction | Other Details

“अश्वत्थामा सिंड्रोम” सिर्फ एक पौराणिक कथा नहीं यह आधुनिक मनुष्य की मनोवैज्ञानिक यात्रा है।
महाभारत का वह चिरंजीवी योद्धा, जिसके माथे पर जलता घाव एक श्राप बनकर रह गया, आज भी हमारे भीतर जीवित है हमारी स्मृतियों, रोष, पछतावे और आंतरिक संघर्षों में।

यह पुस्तक एक दर्पण है जो दिखाती है कि कैसे अतीत की पीड़ा, प्रतिशोध, अपराधबोध और तुलना का विष हमें भीतर से खाता रहता है।
हम जीवित हैं, पर मुक्त नहीं… सांस लेते हैं, पर शांति खो चुके हैं… आगे बढ़ना चाहते हैं, पर स्मृतियों की बेड़ियों में जकड़े हैं।

क्या हम सभी कहीं न कहीं अश्वत्थामा की तरह अपने अदृश्य घावों के साथ नहीं जी रहे?
यह पुस्तक आपको आपके “आंतरिक कुरुक्षेत्र” में उतारती है जहाँ असली युद्ध बाहरी नहीं, मन के भीतर है।

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डॉ. रवीन्द्र पस्तोर

लेखक परिचय
डॉ. रवीन्द्र पस्तोर एक सच्चे पुनरुत्थान और पुनर्खोजी व्यक्ति रहे हैं, जो दूरदर्शी, सफल उद्यमी, जुनूनी फोटोग्राफर, वाक्पटु प्रेरक वक्ता, और उत्कृष्ट रूप से सफल आईएएस अधिकारी रहे हैं। उन्होंने सरकार में अपने छत्तीस वर्षों के उपलब्धीपूर्ण करियर के दौरान कई नवीनतम और प्रशंसनीय प्रशासनिक नीतिगत परिवर्तनों का नेतृत्व किया।

अब वे अपने बहुरूपदर्शी अनुभवों, अन्वेषणों और प्रयोगों को आध्यात्मिक ज्ञान से परिपूर्ण करके एक उपन्यास लेखक के रूप में प्रस्तुत करने के लिए तैयार हैं, जिसे उन्होंने अपने अत्यंत सक्रिय जीवन अनुभव के माध्यम से प्राप्त किया है। उनका लेखन पाठकों को लोककथाओं, पौराणिक कथाओं और किंवदंतियों की एक अद्भुत रोमांचक यात्रा पर ले जाएगा।

अब तक उन्होंने 15 पुस्तकें प्रकाशित कर पाठकों के बीच अपने विचारों और कथाओं की यात्रा को साझा किया है।

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