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Bhabhi 'Ma' / भाभी 'माँ' ममता की छवि

Author Name: Sanjay Naik | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

भाभी शब्द को मां की संज्ञा देना सार्थक और सटीक है। परिवार का सम्मान और घर की नींव सिर्फ इन्हीं पर टिकी है। रिश्तों को सम्मानपूर्वक एक सांचे में पिरोकर रखना साथ ही दृढ़ता बनाए रखने में ये अपनी जी जान लगा देती है। सादगी और विनम्रता के साथ संस्कारो को सम्हाल कर रखना उनकी मौजूदगी का जीता जागता उदाहरण है। कभी मां कभी बहन तो कभी दोस्त के रूप में ढल जाती है। स्नेह से परिपूर्ण, रिश्तों का आधार , घर की खुशियों की चाबी अर्थात सरल शब्दों में कहा जाए तो सच्चे प्रेम की धारा है भाभी मां।

प्रस्तुत पुस्तक आखरी कलम पब्लिकेशन के अंतर्गत संजय नायक द्वारा संकलित है जिसमे कुल 20 बेहतरीन लेखकों ने कलम के माध्यम से अपने सुंदर लेख को अंकित किया है। हमें यकीन है कि यह पुस्तक पाठकों के हृदय तक जरूर पहुंचेगी।

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संजय नायक

संजय नाइक पश्चिम बंगाल के खड़गपुर राज्य से हैं। वह एक अर्थशास्त्र स्नातक (ऑनर्स) हैं, जो दिल से लेखक हैं और गायन के शौक़ीन हैं। एंथोलॉजी के मंच के माध्यम से, वह अपने पाठकों के बीच प्यार और सकारात्मकता फैलाना चाहता है और अपने जादुई शब्दों से अपने पाठकों के दिलों को ठीक करना चाहता है। जब संजय अपनी भावनाओं को कलमबद्ध करते हैं तो उन्हें अत्यधिक शांति मिलती है। उनका मानना ​​है कि उनके शब्दों की शक्ति कई पाठकों के घावों को भर देगी। अब तक सह-लेखक के रूप में 200+ एंथोलॉजी में भाग लिया। वह "सेल्फ हैप्पीनेस", "स्क्रीम" और "सारंग" एंथोलॉजी के संकलनकर्ता हैं। और अब 100+ से अधिक संकलन संकलित किए गए हैं। इंस्टाग्राम:- @the_poetry_wo

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