Share this book with your friends

Bhartiya Swaatantrya Samar Ki Prerna: 365 Din / भारतीय स्वातंत्र्य समर की प्रेरणा: 365 दिन

Author Name: Ravindranath Bhardwaj | Format: Paperback | Genre : History & Politics | Other Details

इस पुस्तक के माध्मम से सामाजिक कार्य करने वाले व जनप्रतिनिधियों के लिए वर्षभर होने वाले कार्यक्रमों में किसी भी दिवस के बारे में जोश भरने के लिए भूले बिसरे क्रांतिकारियों की रुचिकर जानकारी उपलब्ध करवाई गई है। इसमें दिए गए विवरण उन शहीदों को सामान्यजन के ध्यान में लाने का एक प्रयास है तथा उनका ऋण उतारने का लेखक का एक लघु प्रयास है। इन शहीदों के संस्मरणों से प्रेरणा लेकर युवा राष्ट्र के कार्य में निरंतर लगे रहें तथा देशभक्ति के हर कार्य को उत्साह से करें, यही लेखक की आशा है।

Read More...

Sorry we are currently not available in your region. Alternatively you can purchase from our partners

Ratings & Reviews

0 out of 5 ( ratings) | Write a review
Write your review for this book

Sorry we are currently not available in your region. Alternatively you can purchase from our partners

Also Available On

रविंद्रनाथ भारद्वाज

रविंद्रनाथ भारद्वाज का जन्म 5 सितंबर 1952 को करनाल हरियाणा में हुआ। वे मूलतः हरियाणा में रोहतक के रहने वाले हैं। वह गणित में स्नातकोत्तर हैं। उन्होंने 2 अक्टूबर 1992 में सनातन विचार मंच की देवास में स्थापना की तथा भूले बिसरे क्रांतिकारियों के जीवन को फिर से अमर करते हुए उन पर नाटकों का लेखन किया। इन नाटकों का मंचन आदिवासी अंचल के बालकों द्वारा 2 अक्टूबर व 23 जनवरी को किया जाता है। लेखक केंद्रीय उत्पाद एवं सीमा शुल्क में अधिकारी रहे हैं तथा सितंबर 2012 में सेवानिवृत्त हुए। वह शहीद क्रांतिकारी शताब्दी आयोजन समिति के राष्ट्रीय संयोजक भी हैं। यह समिति क्रांतिकारियों के शहीद/फांसी के शताब्दी वर्ष पर उनके गांव/जिले स्थान में कार्यक्रम का आयोजन करती है।

Read More...

Achievements