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"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palदो शब्द
प्रस्तुत पुस्तक "बूंद-बूंद का प्यार" एक साझा काव्य संग्रह जिसमें आज के कई आधुनिक नए-नए कवियों एवं कवियत्रीयों की रचनाओं को पढ़कर आनंद महसूस कर पाएंगे मैं कोई संपादक भी नहीं हूं बस मेरा यह पहला प्रयास है अगर मेरे संपादन में किस तरह का कोई त्रुटि होता है तो सभी लेखक-लेखिकाओं एवं साहित्य प्रेमियों से आग्रह है कि वो अपने आत्मज मानकर मुझे क्षमा करने की कृपा करें।
त्रुटियां क्षमा पार्थी संपादक
धन्यवाद रवि रंजन
रवि रंजन
प्रस्तावना
मैं कोई कवि नहीं हूं, मगर हिंदी कविताओं का बहुत बड़ा पाठक हूं, क्योंकि मुझे कविताएँ पढ़ने का शौक बचपन से ही हैं। आज तक मैंने कई कवियों एवं कवियत्रीयों की रचनाओं को पढ़ा है सारे कवि एवं कवियत्री ही मुझे अच्छे लगते है कभी मैं ये समझौता ही नहीं कर पाया कि अपने प्रिय कभी ने किसका नाम लिखूं।
इसलिए मैंने अपने प्रिय कवि के बारे में कभी कोई लेख नहीं लिखा और न ही किसी की व्यक्तिगत प्रशंसा किया मेरे लिए इस दुनियां में तमाम सारे कवि एवं कवियत्री एक मधुकलश में रखे मधु की तरह जिसके बूंद बूंद प्यार से साहित्य की धरा टिकी हुई है।
संपादक की कलम से ....
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