"बाल मनोविज्ञान :आज के युग में उपयोगिता"
मूलतः बच्चों के ऊपर लिखी गई पुस्तक है। बच्चों के समुचित पालन पोषण के साथ ही उनकी सामान्य तथा असामान्य अवस्थाओं का वर्णन इस किताब में किया गया है। बच्चों के मनोविज्ञान को इसमें सरल भाषा और विषय की गंभीरता के साथ जोड़ने की कोशिश की गई है। आज के समाज में बाल मन को समझना व अभिवावको को आने वाली समस्याएँ व उनका निदान को एक प्रभावी तरीक़े से समझाया गया हें।
“मैंने सीखा है कि लोग भूल जाते हैं कि आपने क्या कहा था,