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"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palयह पुस्तक मानव जीवन के एहसासों , भावनाओं से परिपूर्ण हैं।
यह पुस्तक लेखक द्वारा स्वरचित हैं,
यह एक काव्य संग्रह हैं।
ये सभी “कविताएं जीवनमूल्य सिखाने और जीवन के प्रति एक नवीन दृष्टिकोण का माध्यम हैं। “
इन कविताओं में हर भाव वास्तविक जीवन से ओत प्रेत हैं, जो आपके मन को छू लेंगी।
हर कविता का आनंद ले , ओर खुद से पूछे , इस कविता में कौनसा भाव है और ये सही है क्या ? शायद इससे आपको आपके कुछ सवालों के जवाब भी मिल जाएं।
कुछ कविताओं में आपको गहरा अर्थ मिलेगा , तो कुछ में जिंदगी की कड़वी सच्चाई जानने को मिलेंगी।
कुछ आपको भावुक बना देंगी तो कुछ आपके मन को मोह लेंगी ।
इसलिए आराम से हर कविता को पढ़िए और उसे अपने मन में बसा लीजिए।
मैं आशा करती हूं आपको भी यह पुस्तक पढ़ने में उतना ही अच्छा लगेगा , जितना मुझे इसे लिखने में लगा
दिव्या यादव
दिया यादव झुंझुनूं राजस्थान की रहने वाली है , इन्होंने बीएससी और बीएड किया हुआ हैं। बचपन से ही लिखने की शौकीन रही है।आपको इनकी लेखनी में जीवन की वास्तविकता दिखाई देंगी ।वह जीवंत भावों को अपनी लेखनी में उतारती हैं जो आपको उनके लेखन में देखने को मिलेगा।
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