इस प्रकाशन का प्रमुख उद्देश्य यह है कि संत विनोबा विरचित गिताई और गीता प्रवचन के आलोक में प्रमुख तत्वों को उजागर किया जा सके जो कि व्यक्ति के दैनिक जीवन की कुंजी बन सके और व्यक्ति खुद के व्यक्तित्व विकास विधि में इन शैक्षमिक तत्वों को समाविष्ट कर सकें | संत विनोबा एक अभिनव संत होने के साथ साथ युग पुरुष भी थे जिन्होंने आज़ाद भारत में सर्व धर्म समभाव के आधार पर प्रबुद्ध भारत के नागरिकों को रचानधर्मी कार्य के लिए कुशल बना सकें | सुर असुर का झगड़ा, दैत्य - द