Share this book with your friends

gunahgaar evm anya kahaniyan / गुनहगार एवं अन्य कहानियां

Author Name: haimraj singh | Format: Hardcover | Genre : Literature & Fiction | Other Details

जब मैंने "गुनहगार" लिखने की शुरुआत की, तो मेरा उद्देश्य केवल कहानियाँ लिखना नहीं था, बल्कि उन मुद्दों को सामने लाना था जिन पर अक्सर हमारी नज़र नहीं जाती। समाज में कुछ ऐसी समस्याएँ हैं जो हर किसी की ज़िन्दगी को प्रभावित करती हैं, लेकिन उनके बारे में बात करने से हम अक्सर कतराते हैं। चाहे वह बेरोज़गारी और शिक्षा प्रणाली की कमियाँ हों, या फिर जातिगत भेदभाव और दहेज प्रथा जैसी सामाजिक बुराइयाँ—इन सभी विषयों पर खुलकर बातचीत होना बेहद ज़रूरी है।

"गुनहगार" नाम इसलिए चुना क्योंकि हर कहानी के पात्र समाज के नियमों और धारणाओं के विरुद्ध खड़े होते हैं। वे ऐसे "गुनहगार" हैं जो कुछ गलत नहीं, बल्कि सही करने की कोशिश में हैं। उनके संघर्ष, उनकी पीड़ाएँ, और उनका साहस इस किताब का मूल है।

इस पुस्तक में विभिन्न कहानियाँ हैं, जिनमें से हर एक समाज के एक अलग पहलू को उजागर करती है। बदलाव, कर्तव्य, विडंबना जैसी कहानियाँ दिखाती हैं कि कैसे एक व्यक्ति की सोच और उसके कर्म समाज में बड़ा परिवर्तन ला सकते हैं। मेरा विश्वास है कि एक अकेला व्यक्ति भी बदलाव की शुरुआत कर सकता है, अगर उसमें इच्छाशक्ति हो।

यह किताब न सिर्फ उन लोगों के लिए है जो अपने संघर्षों में अकेले महसूस करते हैं, बल्कि उनके लिए भी है जो समाज को एक नई दिशा देना चाहते हैं। "गुनहगार" के हर पात्र में एक साधारण इंसान है, जो असाधारण बनने की हिम्मत करता है। मुझे आशा है कि यह किताब पाठकों को सोचने, समझने और समाज की समस्याओं के प्रति संवेदनशील बनने की प्रेरणा देगी।

किताब लिखते समय मेरी कोशिश यही थी कि पाठकों के मन में सवाल उठें, वे सोचें और शायद उन सवालों के जवाब खोजने के लिए आगे कदम भी उठाएँ।

Read More...
Hardcover

Ratings & Reviews

0 out of 5 (0 ratings) | Write a review
DIG Bharatpur

Delete your review

Your review will be permanently removed from this book.
★★★★★
nice stories
tutorial different

Delete your review

Your review will be permanently removed from this book.
★★★★★
nice stories ,proof reading should be done otherwise the story is new and quite good,love the story telling
science student

Delete your review

Your review will be permanently removed from this book.
★★★★★
bahut hi khoobsurti se kahaniya likhi huyi h . padhte samay khud ki or apne aaspas k logo ki zindagi se judaav mahsoos hota h. kahaniya aisi h jo vastvik jeevan k kuchh palo ko kuchh panno m samete huye h . .. love this book and my most favrt is gunhagaar. While reading the Gunhagaar story, my heart swelled and I started feeling alive in that story. While reading, it felt as if all these events were happening in front of my eyes.

Delivery

Item is available at

Enter pincode for exact delivery dates

हेमराज सिंह

हैमराज सिंह एक मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखते हैं और ग्रामीण परिवेश में पले-बढ़े हैं। एक शिक्षक होने के नाते उन्होंने समाज और जीवन के विविध पहलुओं को नज़दीक से समझा है। उनकी दूसरी पुस्तक "कहानियों का संकलन" में इन्हीं अनुभवों और संवेदनाओं का सजीव चित्रण किया गया है। इस पुस्तक के माध्यम से हैमराज सिंह ने समाज में बदलाव, कर्तव्य के प्रति जागरूकता और नैतिक मूल्यों पर ज़ोर दिया है। पहली पुस्तक के सफल प्रकाशन के बाद, उन्होंने इस पुस्तक में नए नज़रिए और अनोखी सोच को समेट कर लिखा है, जो पाठकों को सोचने पर मजबूर कर देगा। उनका लिखने का अंदाज़ सरल और प्रभावित करने वाला है, जो हृदय को स्पर्श करता है और मन को प्रेरणा देता है।

Read More...

Achievements