कब पढ़ेंगे आप - इस अद्भूत पुस्तक के माध्यम से रूसेन कुमार ने आत्मविकास की यात्रा में पुस्तक पठन के महत्व को शानदार ढंग से उजागर किया है। उनका मानना है कि दुनिया में समस्याएँ नहीं पढ़ने की वजह से उत्पन्न होती हैं। लेखक के अनुसार, मनुष्यों के लिए पढ़ने से बढ़कर कोई जरूरी कार्य और नहीं है। रूसेन कुमार का मानना है कि मानवीय विकास में मन और चेतना के विकास को सदैव केंद्र में रखना चाहिए। इस पुस्तक का उद्देश्य छोटे-बड़े, अमीर-गरीब, सफल-असफल, पढ़-अपढ़, शहरी-ग्रामीण सबको पढ़ने के लिए प्रेरित करना है।
इस महान प्रेरणादायी किताब के भीतर पवित्र विचार स्वरूप बहुमूल्य रत्न छुपे हुए हैं। सतत अध्ययनशील रहने वाले ही अपने भीतर छुपे ज्ञान-स्वरूप खजाने के बारे में जान पाते हैं। निरंतर अध्ययन रहते हुए जीवन में ऊंची से ऊंची सफलता पाई जा सकती है। इसलिए तो पढ़ना एक महानतम कार्य है।
'कब पढ़ेंगे आप' पढ़ने के महत्व को उजागर करने वाली एक जादुई और महान किताब है। यह पुस्तक हर बच्चों के लिए उपयोगी है और घर-घर में रखने योग्य है। इस किताब की उपयोगिता उस समय और भी बढ़ जाती है जब इसे उपहार के रूप में किसी प्रिय जन को दिया जाए।
इस पुस्तक में सुझाए गए विचारों को बार-बार पढ़ने से जीवन के प्रति उत्साह और जीवन जीने के प्रति नया नजरिया पैदा होता है। किताब के प्रत्येक पृष्ठ को चित्रों के सजाया गया तथा चेतना को रूपान्तरित करने के लिए मोतियों के समान शब्दों को पिरो कर सकारात्मक विचारों का संग्रह तैयार किया गया है। इस किताब को कुछ ही मिनटों में पढ़कर आप अपने जीवन के प्रति नए नजरिये के साथ तरोजाता अनुभव करेंगे।