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"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palकिसी एक किताब को बनाना मेरे विचार से कहीं अधिक फायदेमंद, खोजना कठिन है। यह किताब हर पाठक के पल को हकीकत की तरह महसूस कराती है। मैं राइटअप की तैयारी के लिए भावनात्मक रूप से शब्दों का चयन करता हूं। प्रत्येक शब्द वर्तमान, भूत और भविष्य की सभी स्थितियों को याद करता है। इस किताब में हमारे साथ घटने वाली वो सारी यादें हैं, जो हम अपने दिल में रखते हैं। जिसे याद करके हर पल खुशनुमा और भावुक हो जाता है। इन भावनाओं को पढ़कर ही हम बीते हुए लम्हों को याद करते हैं।
मुझे आशा है कि यह पुस्तक सभी को पसंद आएगी और उनके लिए आनंददायक होगी।
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प्रीतम सैनी
प्रीतम सैनी जिला-अलवर(राजस्थान) के निवासी है। इन्होने माध्यमिक शिक्षा सरस्वती उच्च माध्यमिक विधालय गढी मामोड.(नारायणपुर) से तथा उच्च माध्यमिक शिक्षा बाल भारती उच्च माध्यमिक विधालय नारायणपुर (थानागाज़ी) से पूर्ण की। स्नातक डिग्री(B.Sc.)राजऋषि महाविधालय अलवर से उत्तीर्ण की। तथा अभी स्नातकोत्तर(M.Sc.)वनस्पति विज्ञान(BOTANY) राजऋषि महाविधालय अलवर से अध्यनरत है। ये संगीत प्रेमी भी है, इन्होने संगीत डिग्री " प्रयाग संगीत समिति इलाहाबाद " से पूर्ण की। सहलेखक(Co-Author) के रूप में तीन पुस्तकों में शब्दों को सम्मान दे चुके हैं। 1. चाँद के पार चलो, 2. परिवार-एक बंधन, 3.Game of Words..लेखक (Author) के रूप में ये इनका दूसरा प्रकाशन है। इससे पहले 1.Love-The Paradise में सम्मान प्राप्त किया है। इनका मानना है कि दिल के विचारों तथा मन के भावों को हमें व्यक्त करना है तो वो है "लेखन - शैली"। ये तो कुदरत का वो करिश्मा है, जिसे पाकर संसार के हर-एक पहलू को महसूस किया जा सकता है। खुद को ईश्वर से जोड़ने का रास्ता संगीत और लेखन शैली है, जिनके द्वारा मानवता का पाठ भी सीखा जा सकता है। ये जिंदगी प्रेम, विश्वास, सम्मान तथा मुस्कुराहट ही तो है। खुद को प्रकृति से जुड़ा हुआ महसूस करना और उसकी आघोष में प्रकृति की सुन्दरता को अपने में समाहित करना, लेखन शैली ही है।
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