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"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palमैं यह पुस्तक समर्पित करता हूं उन लोगों को जिनकी बदौलत आज ये सब लिखना मुमकिन हो पाया जिन्होंने मुझे ऐसे हालात दिखाएं जिन्होंने मुझे उन से बाहर निकाला जिनके लिए कुछ महसूस हुआ जिनके लिए मैं कुछ लिख सका,
जज्बातों को उन लोगों को उन सभी को मेरा शत शत नमस्कार।
सूर्या सक्सेना
कभी जिंदगी में कुछ ऐसी बातें होती हैं जो हम कह कर बयां नहीं कर पाते
तो उन्हें हम लिखकर कह देते हैं
ऐसा ही कुछ मैंने किया
जिन बातों को कभी मैं बोलकर नहीं कह सका
उन्हें बस लिखता रहा और आज वही बातें आप सबके सामने मैं पेश कर रहा हूं
मेरा नाम है सूर्या, उम्मीद है आपको यह पढ़कर कुछ अपने जज्बात याद आए, क्योंकि कही ना कही, हम सब एक जैसे ही जज्बात रोजाना महसूस करते है। बस कुछ कह देते है, कुछ लिख देते है, और कुछ खुद में ही समा लेते है।
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