ये पुस्तक आपको अपने जीवन की सच्चाई से वाकिफ कराएगी, कैसे व्यक्ति एक बार हार जाने के बाद कोशिश करना छोड़ देता है और कैसे अपने आसपास घटित हो रही घटनाओ से अनजान बना रहता है, नारी का अपमान क्यों सहता है वो भी उस देश में जहाँ नारी को देवी समान पुजा जाता है और केसे एक व्यक्ति किसी के प्यार में गिरकर भी वापिस अपनी मंजिल की ओर लौटकर आ जाता है
"संघर्ष हमारा चरित्र बनता है और चरित्र तय करता है कि