सुखदेव जी सरल शब्द मा गूढ़ बात करे के हुनर ला अपन पहिली छन्द संग्रह “बगरय छन्द अँजोर” मा साबित कर चुके हें। ये ग़ज़ल संग्रह मा घलो अइसने हुनर देखे बर मिलत हे।आज के जिनगी मा संघर्ष हे। जीये के संघर्ष, पेट भरे के संघर्ष, नौकरी के संघर्ष, टूटत रिश्ता-नाता ला संजो के रखे के संघर्ष, अस्तित्व के संघर्ष, अस्मिता के संघर्ष आदि। माने आम जनता के जिनगी मा अनेक विसंगति के संग चौबीसों घण्टा युद्ध चलत हे। आधुनिकता के चक्कर मा नैतिकता नँदावत हे। सुखदेव सिंह अहिलेश्वर के ग़ज़ल मा