“जब - जब मनुष्य इस धरती को आतंकित करता है। ये धरती खुद को संतुलित करती है अपने इक अलग अंदाज़ में। कभी सुनामी लाती है, कभी विशालकाय भूकंप। कभी भयंकर तूफान आते है और मानव को उसकी वास्तविक औकात याद दिलाते है। इस वर्ष प्रकृति कि लाठी कोरोना महामारी बन कर आयी है।”
यह पुस्तक एक साथ 7 कहानियों का संग्रह है। हर कहानी वास्तविक जीवन के कथानक से ली गई है। 10 साल की अवधि में ये पात्र मेरे सामने आए। हर कहानी अनोखी होती है, इसे "भगवान द्वारा