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"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palशहर -ए- जज्बात इस किताब में लेखक राकेश शर्मा ने शायरियां लिखी हुई है वैसे तो अब तक की उनकी जितनी भी किताबें प्रकाशित हुई हैं उसमें वह लोगों को प्रेरित ही किए हैं क्योंकि वह एक मोटिवेशनल स्पीकर हैं इस बार उन्होंने कुछ अलग हटके लिखा है
कुछ बातें कुछ यादें कुछ अनकहे अल्फाज जैसी शायरियां उन्होंने इसमें लिखी हैं आशा है आप सबको पसंद आएगी यह जरूरी नहीं है कि जो इंसान जैसा दिखता हो अंदर से वैसा ही हो हर इंसान के अंदर दर्द होता है कागज कलम तो है ही लिखने के लिए तो लोग अपने जख्मों को अपने उस दर्द को उसके उतार देतें है
राकेश शर्मा
राकेश शर्मा का जन्म 4 नवंबर 1991 में मध्य प्रदेश के सागर जिले में हुआ इनके पिता जी का नाम "श्री माखनलाल शर्मा" जो कि रिटायर फॉरेस्ट ऑफिसर हैं और माता का नाम "शशि शर्मा" जो कि हाउसवाइफ है इन्होंने स्नातकोत्तर की शिक्षा बी.जे.सी (मास कम्युनिकेशन) डॉक्टर हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर से प्राप्त की यह एक शिक्षक होने के साथ-साथ एक मोटिवेशनल स्पीकर सोशल वर्कर एस्ट्रोलॉजिस्ट और लेखक भी हैं।
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