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"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palश्री कृष्ण का जीवन अलग-अलग घटनाओं से सुशोभित रहा है। हम बाल्यकाल में कृष्ण के नटखट व मनमोहन रूप को देखते हैं, तो वही हम महाभारत काल में श्री कृष्ण को एक मार्गदर्शक के रूप में देखते हैं। श्री कृष्ण का जीवन भले ही अनेक प्रकार की कठिनाइयों से भरा हुआ हो, पर फिर भी हमें उनके चेहरे पर कोई दुख व शोक का भाव नहीं दिखता।
श्री कृष्ण सदेव जीवन में सकर्मक रूप से हर परिस्थिति में धर्म का पालन कैसे किया जाता है, यह समस्त संसार को बताते हैं।
" ना कृष्ण से अच्छा कोई सखा हो सकता है,
ना कृष्ण से अच्छा कोई सारथी हो सकता है,"
इस संकलन में, मैं श्री कृष्ण के विभिन्न रूपों तथा उनके उपदेशों को प्रस्तुत करने का प्रयास कर रही हूं। कृष्ण सदैव उनका साथ देते हैं, जो व्यक्ति हर पशु, प्राणी के प्रति करूणामय में होते हैं तथा ऐसे व्यक्ति ही अपने जीवन में संतुष्ट व सुखी रह पाते हैं। उनके मन में किसी के लिए कोई बैर का भाव नहीं होता।
वह धर्म व कर्म में विश्वास रखते हैं और अपने जीवन को धन एकत्रित करने में ना लगा कर खुद को जग के कल्याण के लिए समर्पित करते हैं।
मुस्कान मेहता
इनका नाम मुस्कान मेहता है। यह एक लेखिका है, इनका जन्म 28 जुलाई 2005 को हुआ था। पटना, बिहार की निवास है। यह स्नातक की छात्रा है और इन्हें गायन और लेखन में अत्यधिक रूचि है। इन्होंने 3 साल पहले अपनी लेखन यात्रा शुरू की थी, यह स्वतंत्र लेखन शैली का उपयोग करती है। यह कविताए, आर्टिकल, वह लघु कथाए वह और गीत लिखती हैं। इन्होंने कई संकलनों में एक सह लेखिका के रूप में लिखा है और ये दो संकलनों में एक संकलक के रूप में काम कर रहीं है। यह प्रकृति, जानवरों के प्रति संवेदनशील हैं, और इनकी संवेदनशीलता ही इन्हें लिखने के लिए प्रेरित करती हैं। आप इनकी लेखन में पीड़ा और दर्द देख सकते हैं। ये मनुष्य के जीवन को बड़ी ही सरलता से पेश करती हैं, और ये चाहती है कि, इनके लेखन से समाज को एक सही दिशा मिले।
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