"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
मैं एक भारतीय मुसलमान हूँ और इस किताब में मैंने पश्चिमी सभ्यता की तरफ झुक रहे लोगों , खा़सकर मुसलमान समुदाय को , भारतीय सभ्यता के साथ साथ इस्लाम की वो जरूरी तालीम और " तर्बियत " बताने की कोशिश की है जो मुआशरे में बहुत जरूरी है ।
वैसे तो ये किताब हर उम्र के व्यक्ति के लिए फायदेमंद साबित होगी लेकिन फिर भी मैं चाहता हूँ की युवा वर्ग इसे जरूर पढे़ ।
एक जरूरी किताब ......
मैंं एक भारतीय मुसलमान हूँ और अपने देश , देशवासियों और अपनी कौम के लिए सोचता हूँ ।
मैं कलम के ज़रिए भी जागरुकता और बदलाव लाने की कोशिश कर रहा हूँ ।
मेरा मानना है कि देश की , कौम की तरक्की तब ही हो सकती है जब हम अपने अंदर बदलाव लाएँ ।
मेरा नाम सैयद शादाब अली है और मैं मध्यप्रदेश के एक छोटे से शहर गाडरवारा से हूँ ।
वो लिखता हूँ , जो आसपास होता हुआ देखता हूँ ।
मेरा मानना है कि आज हम सबको जर