यह एक प्रेम कहानी है जो पूरी है फिर भी अधूरी है बहुत से सवाल है और उनका जवाब भी है... यह कहानी एक सफर की है जिस में... पेड़ है मोहब्बत के, रास्ते है सितमगर के, इबादत महबूब की, बादल बेफ़िक्रों के..... मंज़िल खुद सफर में है मिलेंगे अगर मिलना क़िस्मत में है लेकिन यह जो मोहब्बत है इसकी ज़िन्दगी कब तक है बस इसी की खोज की यह कहानी है....