“माँ” एक ऐसा शब्द है जो हमारे हृदयतल से जुड़ा हुआ है, हमारे जीवन का आधार है और जिसे परिवार का स्तंभ माना गया है। इनके वात्सल्य से कोई भी अछूता नहीं। कहते है शिशु की पहली शिक्षक माता ही होती है। वही अच्छे - बुरे का फर्क बतलाकर जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा प्रदान करती है।
यह किताब माँ के बारे में केवल कुछ कविताओ का संकलन नही हैं अपितु माँ की महानता का प्रतीक और भावनों का एक अनोखा संग्रह हैं।