इस एंथोलोजी को "प्रिंसी शाह" के द्वारा संकलित किया है । और इसमें उनकी सहायक ‘वैष्णवी जी’ है | जो की ' एक शायर की बाते पब्लिकेशन ' द्वारा प्रकाशित की गई है जिसमे 20 सह लेखकों के भावनाओं को प्रकासित किया गया है । किताब के नाम के अनुसार " सफ़र" में लेखकों के भावनाओं को व्यक्त किया गया है जो की कही न कही उनकी परिस्थितियों को उनके सफ़र को और उनके जसबतों को भी बताया गया है । इस बुक की थीम में ‘जीवन के विचार करने के विषय में कहा गया है, अपनी भावनाओ को व्यक्त किया गया है, अपने जस्बतों को लिखा गया है,’ और जीवन के अनेक विषयों को भी रखा गया है | क्यूंकि लोग अपने जज्बातों में अपनि भावनाओ को ही दबाए रखते हैं जिसे वो कभी किसी के सामने नहीं लाए और ना ही अपने जज्बात बाहर आने देते हैं । इसलिए इस थीम की चुनकर उन सभी के सपनों को सच्चाई में बदलते हुए दिखाया गया है |