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Uns / उन्स

Author Name: Aviral Jain | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

ग़ज़ल! इंसान की जिन्दगी का वो पड़ाव है जो हर किसी की उम्र में एक बार जरुर आता है। इंसान के पास जबान होते हुए भी अपने दिल की बात कहने का सलीका, अदब और लहज़ा हर किसी के पास नही होता और ग़ज़ल की तारीफ यही है कि ये हर किसी के दिल की बात उसी के अंदाज़ में कह सकती है। तो आइये सुनते हैं हमारे अपने दिल की बात।

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अविरल जैन

मध्यमवर्गीय परिवार का वो सपना जो किसी ने देखा भी नही, सोचा भी नही, क्योंकि जिस आसमान के नीचे सोते हुए ख़्वाब देखे जाते थे, उस आसमान में कभी ये तारे नजर ही नही आए, जो कहते है - "आजा मेरे पास"।
उस जीवन स्तर से उठकर जरूरत और बेबसी ने कलम के दरवाजे पर खड़ा कर दिया और अब उसे इन किताबों में पढ़ा जाएगा ।
अविरल जैन,
जीवंत भाव-सागर, जनाब राहत साहब के शहर इंदौर से हैं, सर्दियों के मौसम 18 नवम्बर 1983 को जन्मे और खुद को शब्द्सेवक कहलाना पसंद करते हैं, क्योंकि वो मानते हैं कि सेवा धर्म सबसे कठिन है ।
अपने साथ "अहिंसाधारा" लिए कई कार्यक्षेत्रों में संघर्ष करते करते शब्दों की शरण में आने वाले इस लेखक को One-Liner और ग़ज़ल की भाषा ही समझ आती है,
इसलिए उसी भाषा में बात करते हैं।
इनकी कहानियों में भी "असरदार डायलाग" की कोई कमी नही होती,
तो पन्ने उलटने में देर नही करनी चाहिए ।

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