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AA BAIL MUJHE MAAR / आ बैल मुझे मार

Author Name: Chandraveer Solanki “nirbhay” | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

"आ बैल मुझे मार" आपके सामने प्रस्तुत करते हुए हमें बहुत हर्ष हो रहा है। हास्य व्यंग्य को समर्पित यह संकलन निश्चित रूप से अदभुत संकलन है। इसमें देश विदेश में ख्याति प्राप्त साहित्यकारों की रचनाओं के साथ होनहार युवा लेखकों को प्रकाशन का अवसर दिया गया है जो संकलन की खास बात है।  इसमें हमें विश्व विख्यात हास्य व्यंग्यकार श्री अरुण जैमिनी सर, पवन आगरी सर, पंडित अशोक नागर सर, डॉ. नरेंद्र मिश्र धड़कन सर, हमारे मार्गदर्शक रमेश पंडित सर, आचार्य डॉ. वीरेंद्र प्रताप सिंह भ्रमर सर, टिल्लन वर्मा सर, डॉ. अनिल उपाध्याय सर, गुरू सक्सेना नरसिंहपुर सर आदि की रचनाएं मिली हैं वहीं कई रचनाकारों को पहली बार प्रकाशित होने का अवसर भी दिया गया है। सभी रचनाकारों के हम कृतज्ञ हैं जिन्होंने इस साहित्यिक यज्ञ में अपनी रचना उपलब्ध कराकर संकलन को सफल बनाने में हमारी मदद की है।

      हास्य व्यंग्य के क्षेत्र में विशेष पहचान बना चुके पवन आगरी जी का साक्षात्कार भी इस संकलन का मुख्य आकर्षण है। हमारे विशेष अनुरोध पर यह साक्षात्कार संभव हुआ है।  

      प्रसिद्ध हास्य कवि श्री अनिल सोलंकी "बेधड़क" जी ने इस संकलन को समृद्ध करने में हमारी विशेष मदद की है। उनका रचनात्मक सहयोग के लिए हम आभार व्यक्त करते हैं। 

   

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चन्द्रवीर सोलंकी “निर्भय“

आप चन्द्रवीर सोलंकी 'निर्भय' हैं। आपके पिताजी श्री प्रबल प्रताप सिंह और माताजी श्रीमती राजकुमारी हैं आपकी शिक्षा - एम. ए. (हिंदी) बी. एड. स्नातकोत्तर डिप्लोमा इन जर्नलिस्म, पत्रिका संचालन डिप्लोमा, आदि तक हुई है। आपको  हिंदी, अँग्रेजी, संस्कृत आदि भाषाओं का ज्ञान है। आपको प्रतिष्ठित राष्ट्रीय राजीव गांधी युवा कवि अवॉर्ड 1992 सहित कई पुरस्कार व सम्मान मिल चुके हैं।

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