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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palप्रस्तावना
पाश्चात्य संस्कृति का अनुसरण कर आज के युवा उस पवित्र प्रेम के मर्म को भूलते जा रहे हैँ, जो कभी ब्रज की बांसुरी या रूहानी स्पर्श में मिलता था | तब वो इंतज़ार भी मीठा लगता था| जो अपने साथी के मिलने की आस में कई बरस गुजार कर भी मुरझाता नहीं था | अपने प्रेम की प्रतीक्षा में भी कुंठा का भाव नहीं था | मगर आज ये प्रेम की शाख होटलों और बियर बार तक ही सिमित रह गयी हैँ | सूरत को तो छू लिया मगर सीरत नही छू पाये | फरवरी की फुहारों में एक ऐसा ही दिन आता हैँ, जहाँ मोहब्बत के नाम पर जिस्म कुचला जाता हैँ, अपनी चेष्टाओं को पूरा करने के लिये प्रेम का सहारा लेकर कई कलियों को पल्लवित होने से पहले ही उझाड़ दिया जाता हैँ | किसी एक पक्ष की बात नहीं हो रही यहां दोनों ही वर्गो में यह परम्परा देखी जा सकती हैँ, हुस्न के तार छेड़ देने से वो सुकून नहीं मिल जाया करता, जो अंतरंग के तारों में मिलता हैँ |आज के युवा तो अपने साथी का इंतज़ार तक नही कर पाते |वो भी एक समय था |जब प्रेम की चिट्ठियाँ आने में कई दिन या मास लग जाते थे फिर भी आँखे उसी प्रेमिल दिल की राह देखा करती थी | मगर आज की दुनिया में एक पल का भी विलम्ब हो जाये तो विश्वास तार-तार हो जाता है || देखते है एक ऐसी ही कहानी जो पवित्र प्रेम की सुगंध लिए आती है ,जो अपने पाठकों के मन्तव्य तक अपनी छाप छोड़ने वाली है ,जो सूखे कंठ में प्रेमिल रस भरने वाली है ,जो अपने प्रीतम के प्रति कुंठा न लाकर प्रेम की अलख जगाने वाली है |
ललित मेघवाल & सविता निमेष
ललित मेघवाल
ललित मेघवाल 18 साल के किशोर है ,जो डोरिया चित्तौड़गढ़ राजस्थान में रहते है और 6 -12वी तक की पढाई जवाहर नवोदय विद्यालय से की है नवोदय में पढ़ने के दौरान ही इनको माइग्रेशन सिस्टम के तहत कर्नाटक के बेल्लारी जिले मे पढने का अवसर मिला। जिसके कारण ये किसी भी वातावरण में अपने आपको बहुत जल्दी ढाल लेते है | इंद्रधनुष प्रकाशन के संस्थापक के रूप में इनकी कई पुस्तके प्रकाशित हो चुकी है ,तथा कई लेखकों की पुस्तक प्रकाशित करवाने में सहयोग कर रहे है |
Gma|l @kumarlalit84802@gmail.com
सविता निमेष
सविता निमेष , ये एक कुशल ग्रहणी है ,जो दिल्ली की रहने वाली हैं। इनमें प्रतिभाओं का भंडार छुपा है। अगर कहा जाए की ये ऑलराउंडर है तो ये गलत नही होगा। इनको 18 वर्ष में ही लेखन कला के प्रति रुचि बढ़ी। भारतवासी होने के साथ साथ इन्हे अपनी भारतीय संस्कृति से अत्याधिक प्रेम है, और ये पूर्णत: भारतीय संस्कृति से ओत प्रोत है।
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