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Befikree / बेफ़िक्री

Author Name: Sidhant Swarup Kashiva | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

उर्दू ज़बान में ना मेरी तरबियत है और ना शायरी का ज़्यादा इल्म, बस इकतरफ़ा इश्क़ समझ लीजिए।

अगर आप इस ज़ुबान और इस फ़न की पकड़ रखते हैं तो मुआफ़ी चाहूँगा, आपको शायद मेरी कमज़ोरियों साफ़ दिख जायें. मुझे मालूम है के कुछ ग़लत अल्फ़ाज़ या, बहरी ख़ामियाँ, पढ़ने का मज़ा किस हद तक ख़राब कर देती हैं मगर, मुझे ये भी यक़ीन है के कुछ एक शेर आपकी दाद के लायक़ ज़रूर होंगे. तो अगर हो सके तो थोड़ा वक़्त ज़ाया करियेगा इस किताब के साथ।

अगर आप मेरी तरह सिर्फ़ नज़्मों, ग़ज़लों के आशिक़ हैं. शेरो-शायरी का शौक़ रखते हैं, मगर अच्छे लिखने वालों से ज़्यादा मुलाक़ात नहीं हुई है, तो मुझे उम्मीद रहेगी के ये किताब आपको सफ़र का हौसला दे, वो सफ़र जो आपको मेरी इन कच्ची पंगडण्डियों से हो कर उन आलीशान रास्तों तक ले जाए, जहां सुख़न के असली जादूगर रहते हैं।

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सिद्धांत स्वरूप काशीव

सिद्धांत एक शौकिया कवि हैं, जिन्हें पेंसिल स्केच के साथ प्रयोग करना भी पसंद है। पिछले 20 वर्षों में उनकी व्यावसायिक प्रतिबद्धताओं ने उन्हें भारत की चारों दिशाओं (दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई) में रहने और एशिया में व्यापक रूप से यात्रा करने के लिए प्रेरित किया है। उनका मानना ​​है कि इस अनुभव ने उनकी संवेदनशीलता को बहुत हद तक आकार दिया है। वे आत्म-सम्मान के महत्व को समझते हैं, लेकिन साथ ही खुद को बहुत गंभीरता से न लेने के गुण को भी महत्व देते हैं, बिल्कुल "बेफ़िक्री" शीर्षक की तरह। वे पिछले कुछ वर्षों से अमेरिका में रह रहे हैं और "पीपुल डेवलपमेंट प्रैक्टिस" और "स्ट्रेटेजी" के क्षेत्र में काम करना जारी रखते हैं।

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