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10 Years of Celebrating Indie Authors
"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palकितनी ही सदियों से हिंदु अपने घरेलू कामों में सुबह से शाम तक कई सारे अनुष्ठानों और परंपराओं का पालन करते आ रहे है। कुछ परंपराओं का विवरण वैदिक शास्त्रों में किया गया है और कुछ के बारे में ब्राह्मण काल के धर्मग्रंथों के साथ जोड़ा गया है। जबकि लोग जो हिन्दू धरम में है वे धार्मिक रीति-रिवाजों का पालन बड़े ही आदर के साथ करते हैं, हमारे बुद्धिजीवीवर्ग ने सदियों से चले आ रहे हिंदू रीति-रिवाजों और परंपराओं के पीछे कई वैज्ञानिक कारण होने का दवा किया हैं, जो यह दर्शाता है की भारतीय संस्कृति कितनी महान है। इस पुस्तक में हम आपको कुछ ऐसी परंपराओं से अवगत कराएँगे जिनका हिंदु धर्म कई वर्षो से पालन करते आ रहे है। यह बात कुछ आश्चर्यजनक प्रतीत हो सकती है लेकिन, ये परंपराएँ भारत के बाहर भी हर उस देश में जहाँ भारतीय रहते हैं, उतनी ही लोकप्रिय हैं।
निलेश कुमार अग्रवाल
यह पुस्तक नीलेश कुमार अग्रवाल द्वारा लिखी गयी है। इस पुस्तक द्वारा वह लोगों को यह सन्देश देना चाहते है, की हजारो वर्षो पूर्व, जो हमारे पूर्वजो ने कुछ परम्पराएं बनायीं है, उन्हें अपने जीवन में शामिल करना कितना ज़रूरी है। इन परंपराओं को बनाने के पीछे कोई न कोई उद्देश्य था, जो आज की पीड़ी भूल चुकी है। इस पुष्तक द्वारा उनके ज्ञान को विकसित करना है और उन्हें एक बेहतर व्यक्ति बनने के लिए प्रेरित करना है।
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