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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palहरिशंकर परसाई हिंदी साहित्य में व्यंग्य विधा के कदाचित सर्वोत्तम रचनाकार हैं. उन्होंने आम व्यक्ति की दैनिक एवं सामान्य विसंगतियों पर अनेक व्यंग्य -बांण अपने तरकस से निकाले हैं और उनमें पाठकों को आंदोलित करने की क्षमता है और पाठक आन्तरिक भूल-सुधार के मार्ग पर अग्रसर हो उठने के लिये विवश हो उठता है. लेखक के व्यक्तिगत परिचय के कारण किताब और ज़्यादा रोचक हो गयी है .
एन. सी. ब्योहर
हरिशंकर परसाई: चिंतन एवं लेखन , नामक पुस्तक के लेखक मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय जबलपुर में अधिवक्ता हैं. तत्कालीन विषयों पर आपके अनेक लेख १९७८ से लगातार अनेक समाचार पत्रों में प्रकाशित होते चले आ रहे हैं. आप अन्तराष्ट्रीय संस्था वर्ल्ड असोशियेशन फार वेदिक स्टडीज़ ,अमरीका के स्थाई सदस्य हैं और आपने अनेक अधिवेशन में व्यक्तिगत स्तर पर लेख प्रस्तुत किये हैं. अभी हाल ही में आपकी तीन किताबें प्रकाशित हुयी हैं जो कि भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम एवं अधिवकताओं के योगदान से संबंधित हैं . उनके नाम Wisdom of Mahatma Gandhi ,Kasturba Gandhi: the Silent Sufferer and Role of Lawyers, Religion and History in the Freedom Movement of India and in the subsequent birth of Pakistan हैं
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