हमारे आस पास बहुत सारे ऐसे लोग हैं जो अपनी भावनाएँ औरों के सामने जाहिर नहीं कर पाते या करना नहीं चाहते इसलिए वो इसे कविता, कहानी या किसी अन्य माध्यम से लेखनी में पिरो देते हैं। ऐसे लोगों को ही ध्यान में रखते हुए हमारे मन में यह पुस्तक प्रकाशित करने का विचार आया जिससे कि यह पुस्तक उन सभी लोगों की आवाज बन सके।
हम आपको बता दें कि इस पुस्तक में ना तो शब्दों की सीमा पर कोई प्रतिबंध है ना ही लेखनी के विषय पर। यह 100 भिन्न - भिन्न लेखकों के विचारों का समागम होगा जो लोगों के विचारों को, उनकी भावनाओं को जस का तस बिना किसी बदलाव के आप सबके सामने प्रस्तुत करेगा।
इस पुस्तक के संकलनकर्त्ता सनोज कुमार ने अपनी तरफ से पूरी कोशिश की है कि वो हमारे लेखक और पाठक की दूरियों को कम करके एक लेखक की आवाज को सीधे आपके दिल तक पहुँचा सकें।