उपोद्घात्
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इस से पूर्व मेरे २७ एकल काव्य-संकलन प्रकाशित हो चुके हैं।
यह मेरा २८वाँ एकल काव्य-संकलन है। अद्यतन मेरे १५ संयुक्त काव्स-संकलन भी प्रकाशित हो चुके हैं। नोशन प्रैस व साहित्य धरा अकादमी के सक्रिय सहयोग से यह मेरा नौंवा एकल काव्य-संकलन प्रकाशित हुआ है। ईश्वर से प्रार्थना है कि यह बारम्बारता अबाध गति से चलती रहे।
इन काव्य-संकलनों के प्रकाशन में मेरी अनुजा अंजू व हितेश रंजन दे जी का सतत सहयोग मिल रहा है।
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