Share this book with your friends

Man ke moti / मन के मोती

Author Name: Indu Chindailya | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

मैंने बड़ों से सुना है और कई जगह पढ़ा भी है कहते हैं कि साहित्य दर्पण समान होता है, जो समाज व व्यक्ति को सही रास्ता दिखाता है। सत्य के दर्शन कराता है, साहित्य में भी काव्य जो बहुत मजबूत माध्यम है बात को सही व सटीक तरीके से लोगों तक पहुचाने का  साहित्य व काव्य तो मुझे विरासत में ही मिला है मैं यह दावा नही करती की मेरी ये छोटी छोटी कविताएं छंद व व्याकरण के हिसाब से ठीक हैं कुछ गलतियां भी हो सकती हैं । हां पर यह कहुँगी ये मेरे मन के उदगार हैं जो मोती बन कर निकले हैं जैसे भी हैं आप के सामने हैं मन ने जो कहां कह दिया लिख दिया बस इतना ही है । यदि कुछ गलती भी हो तो छोटी बच्ची समझकर माफ कर देना यह मेरा पहला प्रयास है।

Read More...
Paperback
Paperback 150

Inclusive of all taxes

Delivery

Item is available at

Enter pincode for exact delivery dates

Also Available On

इंदु चिंडालिया

नाम : इंदु चिंडालिया


जन्म-तिथि : 16-08-2006
जन्म-स्थान :  दमदमा गाँव (हरियाणा)


पिता - हंसराज भारतीय,
माता - संगीता 


शिक्षा -   वर्तमान में कक्षा ग्यारहवीं की छात्रा


प्रकाशित कृतियाँ - काव्य दर्पण, काव्यमहोत्सव, व्यवस्था पर चोट (सांझा-संग्रह) मे्ं रचनाएं प्रकाशित व कई राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय पत्र-पत्रिकाओं में रचनाएं प्रकाशित।
सम्मान - आदि कवि साहित्यधारा मंच द्वारा " साहित्य श्री सम्मान " प्रणव मुखर्जी फाउंडेशन द्वारा सम्मान, काव्योमहोत्सव सम्मान।


पत्राचार संपर्क : 
पता - गावं व पोस्ट- दमदमा ,
गुरूग्राम , हरियाणा, 122102

Read More...

Achievements

+9 more
View All