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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palमेरी कविताएं ही मेरा आईना है, जो देखती हूं, जो महसूस करती हूं बस उनको ही लफ्जो में पिरोने का काम करती हूं। अलग अलग विषयों पे लिखना पसंद है इसलिए मेरी किताब में आपको आपके जीवन से जुड़े हर शख्स और हालत पर कविता मिलेगी। जिंदगी की अनकही बातो को लिखना और पढ़ना ही मेरा कविता का ध्येय है । एक बार जरूर पढ़े और कैसी लगी जरूर बताएं। आपके प्यार और सहयोग का आभार।
अलीशा मेराज खान
अलीशा मेराज खान उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले की निवासी है।
बचपन से ही लिखने का शौक रहा और घरवालों के सपोर्ट से उन्होंने खुद का प्लेटफार्म बनाया है ए एम पोएट्री हाउस के नाम से।
वो वर्तमान में कविता के क्षेत्र में सीतापुर का जाना पहचाना नाम है और अपने प्लेटफार्म के बैनर तले अलग अलग तरह के साहित्यिक प्रोग्राम कराने के लिए जानी जाती है ।
अलीशा पेशे से फार्मासिस्ट है और वर्तमान मे एक डिग्री कालेज में शिक्षक के तौर पे कार्यरत है ।
अलीशा अपने बेहतरीन लहजे के लिए जानी जाती है जिनकी पोएट्री से लोग खुद को जोड़ पाते है और महसूस कर सकते है।
अलीशा की सफलता का श्रेय वो अपने पिता मेराज खान जी, फूफा मजीद खान व पूरे परिवार को देती हैं। उनकी सफलता में उनके बचपन के मित्र मोहित राठौर जी का भी बहुत बड़ा योगदान रहा है। अलीशा वर्तमान में लखनऊ के विभिन्न साहित्यिक कार्यकर्मों में मेहमान के तौर पे हिस्सा रहती है और ए एम पोएट्री हाउस लखनऊ के सबसे बड़े और लोकप्रिय प्लेटफार्म में से एक हैं।
जहा से निकली युवा प्रतिभाओं ने अपनी कला का परचम अलग अलग मंचो और छेत्रो में लहराया हैं। अलीशा अपने जीवन में सफलता का श्रेय अपने परिवार, मोहित राठौर, अंजली मिश्रा, अतुल पांडेय, अपने शिक्षको और उन सबको देती है जिन्होंने आगे बढ़ने में हमेशा उनका साथ दिया है और समय समय पर मार्गदर्शन भी करते है ।
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