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"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Pal“ मेरा टूटा फुटा सा दिल ” एक कविताओं का संग्रह करनेवाला हिंदी भाषा में राजल ठक्कर के द्वारा लिखा गया पुस्तक हैं !
इस पुस्तक में लिखी गयी हर एक कविता जिंदगी का एक पहलू हैं और हां इस पुस्तक को पढ़नेवाले हर शक्श को शायद कही ना कही कुछ अपनी जिंदगी से रिलेटेड ज़रूर नज़र आयेंगा.
इस पुस्तक में इम्तेहान , इंतज़ार , प्यार और उससे बिछड़ने का दर्द ,एकतरफा इश्क में इंसान की ख़राब हालत , दर्द , चाहत , सपने और सपने टूटने का दर्द ,टूटे दिल का दर्द ये सब बयां किया गया हैं !
इस दुनिया में सबसे बड़ा और सबसे ज्यादा दर्द इश्क में दिल का टूट जाना और जिंदगी में बोहोत चाह से देखे ख्वाबो का रूठ जाना होता हैं हालाँकि शायद हर इन्सान ये महसूस करता हैं क्युकी हर इंसान ने कुछ पाने के लिए कुछ ना कुछ खोया होता हैं ! इसी लिए राजल की लिखी ये पुस्तक सभी टूटे दिल वालो को समर्पित हैं.
राजल ठक्कर
राजल ठक्कर का जन्म २२ ओक्टुम्बर,१९९८ में हुआ था. उनका दूसरा नाम राधिका ठक्कर हैं जो की उनको उनके माँ पापा से मिला हैं और राजल उनका पेन नाम हैं... राजल भारत के गुजरात राज्य के पाटन जिल्ले के राधनपुर तालुके के एक छोटे से सुबापुरा गाँव की वतनी हैं...
उन्होंने अपनी ग्रेज्युँएशन तक की पढाई सुबापुरा, पालनपुर और राधनपुर से की हैं....
“ मेरा टूटा फुटा सा दिल ” नाम की ये पुस्तक उन सारे लोगो को समर्पित हैं जिनका कभी प्यार में तो कभी ख्वाबो के टूट जाने से दिल टुटा हैं...
और इस पुस्तक में राजल ने हर तड़प को दिखाने की एक छोटी सी नाकाम कोशिश की हैं...
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