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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palनाटककार मोहन राकेश ने व्यक्ति स्वातंत्र्य से विचलन के परिणामों को पारिवारिक विघटन, संबंधों के टूटन, आपसी अलगाव और अजनबीपन के रूप में प्रस्तुत किया है। पुस्तक में दोनों ही दृष्टियों के सकारात्मक-नकारात्मक पक्षों को निष्कर्ष रूप में रखा गया है, ताकि मोहन राकेश के नाटकों की सकारात्मकता और सृजनात्मकता को स्पष्ट किया जा सके । मोहन राकेश के नाटकों की विशिष्टता यह है कि इनके नाटक , व्यक्तिवाद का चरम दिखाकर व्यक्तिवाद से व्यक्ति स्वातंत्र्य की ओर जाने के लिए प्रेरित करते हैं, लेकिन इनके नाटकों का व्यक्तिवाद और व्यक्ति स्वातंत्र्य के परिप्रेक्ष्य में अध्ययन नहीं हुआ है। प्रस्तुत पुस्तक मोहन राकेश के नाटकों का व्यक्तिवाद और व्यक्ति स्वातंत्र्य के परिप्रेक्ष्य में अध्ययन कर इस कमी को पूरा करता है और इस दिशा में नये शोधों के लिए द्वार खोलता है। पुस्तक में प्रथम बार व्यक्ति स्वातंत्र्य की सम्यक विवेचना की गई है, जो किसी ने आज तक नहीं की है । इस पुस्तक में व्यक्ति स्वातंत्र्य के संदर्भ में हिन्दी साहित्य की रचनाओं का विश्लेषण हुआ है। मोहन राकेश के नाटकों का विश्लेषण बिना किसी पूर्वाग्रह के किया गया है। इसमें स्त्री या पुरूष किसी का पक्ष न लेकर तटस्थ दृष्टि से तथ्यों को उजागर किया गया है। मोहन राकेश के तीनों नाटक समापन में प्रश्न खड़ा करते हैं और अनुत्तरित-सी स्थिति बन जाती है। प्रस्तुत पुस्तक ऐसे अनुत्तरित और अनसुलझे प्रश्नों के संभावित उत्तर और संभावित स्थितियों को भी सामने रखता है।
डॉ. दिनेश श्रीवास
लेखक परिचय
डॉ. दिनेश श्रीवास
जन्म - बिलासपुर, छत्तीसगढ़, दिसंबर 1977 एक सामान्य परिवार में माता श्रीमती आशा देवी, पिता गणेश श्रीवास के परिवार में
शिक्षा- बीएससी (गणित ),एम.ए, एमफिल हिंदी में, सभी गुरु घासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से, हिंदी में नेट
शोध - मोहन राकेश के नाटक और व्यक्ति स्वातंत्र्य: एक विश्लेषण (पी.एच.-डी.)
गतिविधियां --
1.पावर ग्रिड कारपोरेशन कोरबा में अनेक बार "राष्ट्रभाषा हिंदी के महत्व "विषय पर रिसोर्स पर्सन एवं मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित
2. हिंदी शोध विषय पर रिसोर्स पर्सन के रूप में कई महाविद्यालयों में आमंत्रित
3. संयोजक के रूप में राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन
4. जनगणना एवं निर्वाचन प्रक्रिया में राष्ट्रीय प्रशिक्षक के रूप में कार्य
5. अंतरराष्ट्रीय-राष्ट्रीय शोध संगोष्ठियों मे10 से अधिक शोधपत्र प्रस्तुति एवं 50 से अधिक बार प्रतिभागिता
6. महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालय स्तर पर नाट्यनिर्माण और निर्देशन "चुनाव का खेल जारी है " नामक नाटक पर जिला स्वीप पुरस्कार
7. नेहरु युवा केन्द्र के युवा सांसद चयन प्रतियोगिता में निर्णायक का कार्य
8. अंतरराष्ट्रीय-राष्ट्रीय शोध जर्नल में 10 से अधिक शोधपत्र प्रकाशित
कृतियां -
आलोचना/पाठ्यपुस्तक
1. एम.ए हिन्दी की पाठ्यपुस्तक "भाषा विज्ञान" में अध्याय लेखन
2. एम.ए.हिन्दी की पाठ्यपुस्तक "भारतीय साहित्य" में अध्याय लेखन
3. एम.ए. हिन्दी की पाठ्यपुस्तक "भारतीय साहित्य" का संपादन
4."रिसर्च एंड पब्लिकेशन इथिक्स" ग्रन्थ (अंग्रेजी में ) का संपादन
काव्य-कथा संग्रह -
अंतरराष्ट्रीय नोशन प्रेस चेन्नई से प्रकाशित "संवेदना" (काव्य एवं कथा) संग्रह में आठ कहानियां और दो कविताएं प्रकाशित
सम्प्रति- सहायक प्राध्यापक (हिन्दी),शा.इं.व्ही.पी.जी. महाविद्यालय, कोरबा छत्तीसगढ़
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