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My Exemplary Satire / मेरे प्रतिनिधि हास्य-व्यंग्य Mere Pratinidhi Hasya-Vyangya

Author Name: Arun Arnav Khare | Format: Paperback | Genre : Literature & Fiction | Other Details

"मेरे प्रतिनिधि हास्य-व्यंग्य" संग्रह में कुल 31 रचनाएँ हैं जो सभी देश की चर्चित एवं प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हैं | इस संग्रह में शामिल रचनाओं का प्रमुख आधार पाठकों की पसंद है लेकिन रचनाओं को शामिल करते समय इतना अवश्य ध्यान में रखा गया है कि विषयों में विविधता हो और व्यंग्य की विभिन्न शैलियों का भी प्रतिनिधित्व हो जाए | इन्हीं सरोकारों को केंद्र में रखकर सोशल मीडिया की विसंगतियों से लेकर सामान्य जन-जीवन को प्रभावित करने वाली घटनाओं, मानवीय चेतना को झकझोरने वाली राजनीतिक और सामाजिक विद्रूपताओं तथा सरकारी कामकाज, खेल और बाजार की विसंगतियों को रेखांकित करने वाले व्यंग्य निबंधों और कथाओं को प्रमुखता दी गई है |

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अरुण अर्णव खरे

24 मई 1956 को अजयगढ़, पन्ना (म.प्र.) में जन्म । भोपाल विश्वविद्यालय से मेकैनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक । सम्प्रति लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग से मुख्य अभियंता पद पर कार्यरत रहते हुए सेवा निवृत | साहित्य की सभी विधाओं में लेखन | कहानी और व्यंग्य लेखन में देश भर में चर्चित नाम |  देश की प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं सहित विभिन्न वेब पत्रिकाओं में रचनाएँ प्रकाशित | एक उपन्यास "कोचिंग@कोटा", तीन व्यंग्य-संग्रह "हैश, टैग और मैं", "उफ्फ! ये एप के झमेले" और "एजी, ओजी, लोजी, इमोजी" तथा तीन कहानी संग्रह "भास्कर राव इंजीनियर", "चार्ली चैप्लिन ने कहा था" तथा "पीले हाफ पैंट वाली लड़की" सहित दो काव्य कृतियाँ - "मेरा चाँद और गुनगुनी धूप" तथा "रात अभी स्याह नहीं" प्रकाशित । इनके अतिरिक्त खेलों पर भी आठ पुस्तकें प्रकाशित ।

पता - डी-1/35 दानिश नगर, होशंगाबाद रोड, भोपाल (म.प्र.) 462 026

मोबाइल नं० : 09893007744   ई मेल: arunarnaw@gmail.com / arunarnawkhare@gmail.com

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