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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palप्राकृतिक चिकित्सा को सिर्फ रोगों की चिकित्सा यदि कहें तो बेमानी होगी । प्राकृतिक चिकित्सा वस्तुतः आदर्श जीवन शैली की दिशा है हो उन सभी लोगों को आवश्यक है जो उम्र के पूर्वार्ध से अंतिम अवस्था तक को सुखमय बनाना चाहते हैं । प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति हमें प्रकृति के चक्र में वापस मोड़ती है , जीवन को प्रेममय, आनंदमय बाह्य विकास और अन्तः विकासमय बनाती है । जिस व्यक्ति ने प्राकृतिक चिकित्सा के साथ जीवन यापन करना सीख लिया वह अन्नमय कोष से ऊपर उठकर प्राणमय, मनोमय और विज्ञानमय कोष की यात्रा करता हुआ आनंदमय कोष में स्थापित हो जाता है । पुस्तक के द्वारा आप मानव शरीर विज्ञानं, जैविक कृषि और प्रदुषण नियंत्रण के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे। विद्यार्थियों और प्रत्येक पाठकों से अनुरोध है कि प्राकृतिक चिकित्सा को सिर्फ पढ़ें ही नहीं बल्कि अपनाएं भी जिससे उनका जीवन पर्यंत सुखमय हो सके ।
पं. मानस राजऋषि & मनीष दुबे, Maneesh Dubey
मनीष दुबे (M.Sc., N.D.D.Y.)
आपका जन्म उत्तर प्रदेश में हुआ। आप गांधीनगर, गुजरात में प्राकृतिक चिकित्सा एवं योग द्वारा समाज को जागरूक करने का कार्य कर रहे हैं।
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पंडित मानस राज ऋषि (N.D.D.Y., M.D., H.H.M.)
आपका जन्म प्रतापगढ़ उत्तर प्रदेश में हुआ । आप सात चक्र विश्लेषण, ध्यान, प्राकृतिक चिकित्सा, ज्योतिष, एवं योग विषय को अपने जीवन कर्म में शामिल कर समाज को हर प्रकार की समस्या से मुक्त करने के लिए मार्गदर्शन प्रदान कर रहे हैं। आप वर्तमान में पंडित की चाली, गांधी आश्रम, अहमदाबाद, गुजरात में सेवा कार्य कर रहे हैं। --
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