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"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Pal३४ वर्षों बाद जब भारत की शिक्षा नीति में आमूल परिवर्तन हुआ तब शिक्षण क्षेत्र से जुड़े सभी ने इसका स्वागत किया। राष्ट्रीय शिक्षा नीति २०२० एक तरफ तो आशा की किरण जगाती है पर दूसरी तरफ इस से जुड़ी चुनौतियाँ भी इंगित करती हैं . शिक्षा नीतियों को फलीभूत करने का दायित्व भी शिक्षकों पर ही निर्भर करता है। डी बी एम एस कॉलेज के प्रबंधन एवं शिक्षकों ने इस पुस्तक में इन चुनौतियों को स्वीकार करते हुए समाधान ढूंढने की कोशिश की है. शिक्षाविदों के विचारों का यह संग्रह शिक्षा जगत में निश्चित रूप से अपनी छाप छोड़ेगा और इक्कीसवीं सदी में यह पुस्तक एक महत्वपूर्ण दस्तावेज़ होगी।
जूही समर्पिता
"राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020:- चुनौतियां और समाधान" की परिकल्पना डी बी एम एस कॉलेज ऑफ़ एजुकेशन, जमशेदपुर के सक्षम प्रबंधन और कर्तव्यनिष्ठ शिक्षकों की है। इनकी दूरदृष्टि और वैचारिक तालमेल का परिणाम है कि शिक्षा नीति पर कोल्हान विश्वविद्यालय की यह प्रथम सन्दर्भ पुस्तक प्रकाशित हो पायी।
संपादन मंडल में कॉलेज के अनुभवी एवं योग्य शिक्षकगण हैं जिनके अथक प्रयास से शिक्षा क्षेत्र के महत्वपूर्ण लेखकों का यह संकलन समय पर आपके समक्ष आ पाया।
डॉ जूही समर्पिता, प्राचार्या, डी बी एम एस कॉलेज ऑफ़ एजुकेशन, स्वयं एक शिक्षाविद और एक सशक्त हस्ताक्षर हैं। उनके नेतृत्व में इस पुस्तक की रूपरेखा बनी और संपादन हुआ। झारखण्ड ही नहीं बल्कि समस्त शिक्षा जगत के लिए यह एक बहुमूल्य दस्तावेज़ है।
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