“प्रकृति की पुकार” बतौर संकलक मेरी तीसरी पुस्तक हैं। इस पुस्तक में सभी लेखक लेखिकाओं ने प्रकृति को अपनी लेखनी मे उतारा हैं। सभी रचनाएं प्रकृति के संरक्षण का संदेश देते हुए मन को छूने वाली है साथ ही साथ प्राकृतिक संसाधनों के महत्व को प्रदर्शित करते हुए पर्यावरण संरक्षण हेतु भी जागरुक करती हैं ।