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SAAMAAJIK CHINTAN / सामाजिक चिंतन सामाजिक चिंतन

Author Name: Ramendra Singh Chauhan | Format: Paperback | Genre : Others | Other Details

बदलता भारत अब कोई कोरी कल्पना नहीं। जी हां, देश में नित नये आयाम बन-बिगड़ रहे। कहीं जल यातायात प्रबंधन का खाका खिंच रहा है तो कहीं मेट्रो का नेटवर्क तैयार करने की कोशिशें आयाम लेती दिख रहीं।  नदियों व जलाशयों में सैर-सपाटा से लेकर जल यातायात की खूबियां खास तौर से दिख जाती हैं। मौज-मस्ती व सैर-सपाटा के साथ जब जीवन की आवश्यकताओं की भी पूर्ति होने लगे तो सामाजिक सरोकार व विकास की गंगधारा दिखने लगती है। भारत में नदियों की लम्बी श्रंखलाएं हैं। देश में गंगा, यमुना व कावेरी सहित सैकड़ों बड़ी नदियों की श्रंखला देश में है तो वहीं वरुणा, असि, पाण्डु सहित हजारों छोटी नदियों की लम्बी श्रंखला का संजाल देश में फैला हुआ है। जलधारा में तैरते आलीशान हाउस वोट मिल जायेंगे तो वहीं नौकायन का लुफ्त उठाने के लिए सुविधा सम्पन्न नौकाओं का संजाल भी मिलेगा। दुनिया की तरह अब देश में जल संसाधनों का अपेक्षित उपयोग करने की कोशिशें सार्थक आयाम लेते दिख रही हैं। कोई बड़ी बात नहीं कि शीघ्र ही नदियों में चलते फिरते विद्यालय दिखें आैर फ्लोटिंग हास्पिटल भी मिलें। विशेषज्ञों की फौज जल प्रबंधन-जल संसाधनों का अपेक्षित उपयोग करने आैर उसमें उपयोग में आने वाले संसाधनों का विकास करने की नीति-रीति व रणनीति पर शोध से लेकर योजनायें आकार ले रही हैं। दक्षिण भारत के बाद अब उत्तर भारत में वाटर टैक्सी चलाने की कोशिशें हो रही हैं। विशेषज्ञों की कोशिश है कि काशी-बनारस की गंगधारा में वाटर टैक्सी चलें।

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रामेन्द्र सिंह चौहान

आत्म कथ्य/संक्षिप्त परिचय

रामेन्द्र सिंह चौहान... लेखक एवं पत्रकार...।
जन्म तिथि:- 15 जुलाई 1960... स्थान कानपुर।
शैक्षिक योग्यता:- एम. काम छत्रपति साहू जी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर, हिन्दी साहित्य सम्मेलन इलाहाबाद से पत्रकारिता एवं जनसंचार में विशारद...।
करीब तीन दशक से पत्रकारिता एवं लेखन क्षेत्र में सक्रिय...। अप्रैल 1992 से राष्ट्रीय सहारा हिन्दी दैनिक में बतौर पत्रकार सेवारत...। कला एवं संस्कृति, साहित्य, जल संसाधन, पर्यावरण-प्रदूषण, धर्म-कर्म, फिल्म समीक्षा, अद्भुत संसार, पर्यटन, वन्य जीवन सामाजिक बिन्दुओं सहित असंख्य विषयों पर निरन्तर लेखों का प्रकाशन जारी....। सम्प्रति में राष्ट्रीय सहारा हिन्दी दैनिक दिल्ली-एनसीआर में वरिष्ठ संवाददाता के पद पर कार्यरत....। इन तीन दशक की पत्रकारिता एवं लेखकीय यात्रा के दौरान राष्ट्रीय सहारा, हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, नई दुनिया, समाज कल्याण, स्वतंत्र भारत, नवभारत टाइम्स आदि इत्यादि समाचार पत्र एवं पत्रिकाओं में लेखों का प्रकाशन....।

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