Share this book with your friends

school ke din / स्कूल के दिन

Author Name: Arun Kumar Shukla | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

जब भी काव्य की प्रथम रचना की बात की जाती है तो हम महर्षि वाल्मीकि का स्मरण करते हैं काव्य की विचारधारा और प्रेरणा का स्रोत सदैव करुणा ही रही है वहीं गद्य प्रणेता सदैव महर्षि व्यास रहें हैं वेदों में भी गद्य और पद्य दो अलग काव्य धारायें समाहित है  रसो वै स:, वाक्यं रसात्मकं काव्यं, शब्दार्थौकाव्यं प्रचलित उक्तियां हैं ललित कला मधुरिमा और मन की भावनाओं को जिस प्रकार कविता प्रस्तुत करती है उसी प्रकार भावभंगिमा समाज के ज्ञान और धर्म नीति राज्य के कल्याण का सतत विकास का ज्ञान भी हमें गद्यों के द्वारा प्राप्त हो जाता है हिंदी इतिहास में उपन्यास का भी वही स्थान है ।

Read More...
Paperback
Paperback 175

Inclusive of all taxes

Delivery

Item is available at

Enter pincode for exact delivery dates

Also Available On

अरुण कुमार शुक्ल

आपका पूरा नाम अरुण कुमार शुक्ल मृदुल है आपका जन्म  02/07/2002  में उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थ नगर के जिगिना शुक्ल नामक गांव के एक कुलीन ब्राह्मण परिवार में हुआ 

आपके पिता का नाम सत्यपाल शुक्ल और माता का नाम मंजू है । आपकी प्रारंभिक शिक्षा गांव के ही सरकारी स्कूल और बाद में रामप्यारे लाल पब्लिक स्कूल धंधरा इटवा सिद्धार्थ नगर में हुई संस्कृत में अत्यधिक रुचि के कारण आपका नामांकन सन् 2015 में  श्री राजगोपाल संस्कृत महाविद्यालय अयोध्या में कराया गया जहां से आपने शास्त्री तक की शिक्षा ग्रहण की और वर्तमान में बी एड अध्ययनरत हैं । बचपन से ही हिंदी और संस्कृत के प्रति आपका लगाव रहा है आपने हिंदी और संस्कृत के अनेको प्रतियोगिताओं में भाग लिया और अनेकों प्रशस्ति पत्र प्राप्त किए आपकी बहुत सी रचनाएं पत्रिकाओं और साझासंग्रह पुस्तकों के माध्यम से प्राकाशित हो चुकी है ।

Read More...

Achievements

+1 more
View All