Notion Press
Sign in to enhance your reading experience
You cannot edit this Postr after publishing. Are you sure you want to Publish?
Sign in to enhance your reading experience
Sign in to continue reading.
Join India's Largest Community of Writers & Readers
An Excellent and Dedicated Team with an established presence in the publishing industry.
Vivek SreedharAuthor of Ketchup & Curryब्रह्मांड मे शून्य से लेकर अनंत तक कई वस्तुएं है कुछ को हम हमारी ज्ञानेन्द्रियों की सहायता से देख सकते है परंतु अधिकतर रहस्य ही है। इनमे से ही कुछ रहस्यो को इस पुस्तक के माध्यम से आपके समक्ष प्रस्तुत कर रहा हूँ। यह एक बालक की यात्रा है जो कलयुग के अंत का साक्षी होगा, परंतु वहाँ तक की यात्रा से पूर्व उन चिरंजीवियों से मिलना होगा जो हजारो लाखो वर्षो से इस अंत की प्रतीक्षा मे जीवित है। कलयुग का अंत नामक इस शृंखला का प्रारम्भ इसके प्रथम भाग शिव का जन्म से कर रहा हूँ। इस भाग मे कैलाश की वर्षो की कामना का अंत होता है एवं उन्हे उनका राजकुमार शिव मिलता है। भोग विलास मे लिप्त होने के पश्चात शक्ति का प्रेम उसे वास्तविकता के दर्शन कराता है, परंतु प्रेम को प्राप्त करना कहाँ संभव है?
नितिन जांगिड़
बाल्यकाल से ही मैं अनेक प्रश्नो के उत्तर ढूंढ रहा था वह प्रश्न मुझे तनिक भी विश्राम नहीं करने देते थे। यही कारण है की मैंने हर उस माध्यम से अपने उत्तर ढूंढने का प्रयास किया जो मेरी सीमा मे था। सबसे प्रथम प्रश्न है की यह शिव कौन है? क्यों वह त्रिपुंड लगाकर, शरीर पर भस्म लगाकर, बालो की जटाएँ बनाकर, गजचर्म धारण करके, हाथ मे त्रिशूल लेकर, गले मे रुद्राक्ष धारण करके रखते है। इनहि प्रश्नो के उत्तर यहाँ से प्रारम्भ होते है।
The items in your Cart will be deleted, click ok to proceed.