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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palइस किताब का नाम है "सुपर किलर"। इन कहानियों में एक ऐसे व्यक्ति के बारे में बताया गया है जो शुरू से ही जिंदगी में अपने सपनो को पूरा करने के लिए अनेक तरह के परेशानियों का सामना करता है। फिर भी उन सभी परेशानियों से निपट कर आगे बढ़ता चला जाता है। इस कंपनी का मुअपने आप में एक अधूरा पाता है जिसको पूर्ण करने के लिए अनेक प्रकार का कर्म करता है फिर भी उस कमी को पूर्ण नहीं कर पाता है । अपने दोस्तों की मदद से शक्ति कंपनी बनाने की और कदम उठाता है और लगभग तीन साल के बाद वो अपना कंपनी खोल पाता है लेकिन कई संघर्षो के बाद ही। कार्यकारी अधिकारी बन कंपनी को संचालित कर कई कदम उठाता है जिससे कंपनी शुरू में भले ही कुछ ख़ास नहीं कर पाती है लेकिन कुछ ही सालों के बाद उस कंपनी को एक उच्चाई तक पहुँचा पाता है। वो हर एक कठनाई को पार कर आगे बढ़ता ही रहता है। लेकिन एक शाम ऐसा कुछ होता है जिससे वे ऐसा काम करने का फैसला करता है जिसके बारे में सोचना भी भयानक है। उस शाम उसकी मुलाकात एक बूढी औरत से होता है जिससे बात करने के बाद उसको अंदर ही अंदर परेशान कर देता है। उस परेशानी को झेल नहीं पाता है और लगभग एक महीना बाद वो आत्महत्या कर लेता है। ये सुनकर सभी दुखी हो जाते है और बाद में उस व्यक्ति के सम्मान में उसका मूर्ति कंपनी में स्थापित किया जाता है। लेकिन वो सिर्फ मरने का एक खेल करता है जिसका पता किसी को नहीं चलता है। वो अब आगे सिर्फ जीतना चाहता है और इसके लिए हर एक नई तरकीब निकालकर लोगों को सज़ा देना चाहता है। अंत में बस इतना कहता है कि वो सिर्फ अपने उन सवालों को ढूढ़ने के लिए ही यह सब करता है लेकिन कैसे। इस सवाल का जवाब पाने के लिए आपको पढ़ना होगा इसी किताब का एक और भाग यानि " सुपर किलर (भाग-2) "
प्रिंस कुमार
मेरा नाम प्रिंस कुमार है और मैं बिहार से आता हूं। बिहार- योधों की भूमि और ऐसे कई गुरु जिन्होंने न केवल भारत को बल्कि विश्व को भी प्रेरित किया। मैं विशेष रूप से "दिनकर जी" की भूमि से ताल्लुक रखता हूं, जो न केवल बहुत सारे विचार देता है, बल्कि हिंदी भाषा को अधिक ऊंचाइयों पर ले जाता है। उससे केवल मुझे किताबें लिखने, अपने विचारों को साझा करने के लिए प्रेरित किया जाता है, और कई और विचार जो मैंने "दिनकर जी" से सीखे हैं। मैं कॉमिक्स जैसे कई विषयों पर किताबें लिख रहा हूं, कुछ छोटी कहानियाँ और कभी-कभी लंबी कहानियाँ भी। लेकिन मेरी दिलचस्पी सामाजिक जागरूकता के विषयों पर और समाज पर भी लिखने पर है ताकि हम कई तरह के विचार प्राप्त कर सकें। मेरी विशेष रुचि कुछ विचारों पर किताबें लिखने की है ताकि कुछ लोगों को प्रेरित किया जा सके। मेरा मानना है कि अगर मैं उन विषयों पर लिख सकता हूं जो कुछ लोगों को प्रेरित कर सकते हैं तो मुझे लिखना चाहिए।
मैं विषयों पर लिख रहा हूं या मैं उन विषयों पर लिखना चाहता हूं जो हमारे ज्ञान के लिए बहुत दिलचस्प हैं। कुछ या बड़ी मात्रा में लोग शक्ति के विषयों के बारे में जानना चाहते हैं जो अब तक हमारे लिए ज्ञात नहीं है। यह केवल ऐसे विषय हैं जो मुझे हमेशा एक पावर मोड में रखते हैं और मुझे सुपर कार की तरह बढ़ावा देते हैं। विभिन्न विषय हैं, जिन्हें मैं जानना चाहता हूं और उन विषयों पर लिखने की कोशिश कर रहा हूं, जैसे सुपर प्राकृतिक शक्तियां, ब्रह्मांड, प्रकृति की शक्ति, ईश्वर की शक्ति और बहुत कुछ। ऐसी कई चीजें हैं जो पृथ्वी में मौजूद हैं, लेकिन हमारे लिए ज्ञात नहीं हैं। मैं हमेशा उस विषय को ही खोजता हूं ताकि मुझे कुछ ज्ञान मिले। मैं पाठकों के साथ साझा करने के लिए इन चीजों को लिखने की पूरी कोशिश कर रहा हूं।
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