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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palकवयित्री डॉ. सोनिया द्वारा रचित गीतिका संग्रह 'उजाले तुम्हारे हैं' 100 गीतिकाओं का संकलन है, जिनका मुख्य स्वर सकारात्मकता, आशा और साहस है | ये गीतिकाएँ विभिन्न छन्दों पर आधारित हैं | आजकल की उलझती हुई जीवन शैली में इंसान शायद खुद को ही भूल चुका है और निराशा के अंधकार में खो गया है | ये गीतिकाएँ उन सभी हारे हुए दिलों में पुन: एक नव आशा, साहस और उत्तेजना को जागृत करने में अहम भूमिका निभाती नजर आती हैं, जिन्हें पढ़कर भीतर से यही आवाज़ आती है कि 'ये उजाले हमारे ही हैं, आओ इन्हें समेटकर रखें' |
डॉ. सोनिया गुप्ता
कवयित्री और साहित्यकार डॉ. सोनिया गुप्ता, चंडीगढ़ के समीप शहर, डेरा बस्सी की रहने वाली हैं। एक दंत चिकित्सक होने के साथ लिखना इनका शौक है। ये छंद- मुक्त, दोहे, गीत, ग़ज़ल, गीतिका, मुक्तक, वर्ण पिरामिड, मनका, लेख, कहानी, आदि अनेक काव्य विधाओं में निपुण हैं| ये हिंदी, अंग्रेजी और पंजाबी भाषाओं में सक्षम हैं। अभी तक इनके 16 व्यक्तिगत, काव्य संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं, जिनमें से 6 हिंदी में लिखे हैं और 10 अंग्रेजी भाषा में । इनकी पूर्व प्रकाशित हिंदी कृतियां 'ज़िंदगी गुलज़ार है', 'उम्मीद का दीया, 'कभी जलते जभी बुझते चिराग़', 'कुछ अनकहे एहसास', ‘आदमी बने रहने का ढोंग और 'प्रकृति की गुनगुनाहट' पाठकों को बेहद पसंद आई। इनकी रचनाएँ कई पत्रिकाओं, समाचार पत्रों, और साँझा काव्य संग्रहों में प्रकाशित हैं। इन्हें हिंदी व अंग्रेज़ी साहित्य में अनेक पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। ये चित्रकारी, संगीत, गायिकी और सिलाई-बुनाई में भी रूचि रखती हैं। इनके अपने दंत विभाग से जुड़े भी कई आलेख प्रकाशित हैं। यह इनका हिन्दी में सप्तम व्यक्तिगत संग्रह है जो कि विधा ‘गीतिका’ पर आधारित है |
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