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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh Palवेदशक्ति मेरा प्रथम उपन्यास प्रयोग रि है
..इसकी भाषा एवम ्शैली अत्यंि क्तलष्ट है। यह मेरा प्रथम प्रयास है। कथानक ,भाव , शैली व ववषय वस्िुपर
ववशेष ध्यान कर ललखा गया है..!
यह हर वगग और नई पीढी के ज्ञान अर्गन के उद्देश्य सेललखा गया है । इसके पठन के पश्चाि विगमान युवा पीढी
के हृदय में हहंदी साहहत्य व पौराणिक काल के ऋवषयों के रहस्यों के प्रति र्ागरूकिा व उत्सुकिा रहेगी । उपन्यास
का उद्देश्य युवाओं मेंपौराणिक प्रसंगों द्वारा ऋवष व उनके आश्रमों के इदग-गगदग वािावरि को हदखाना व वेदों शास्रों
के ववषय मेंज्ञानार्गन करना है। इसके लेखन से मुझे बहुि प्रसन्निा हुई ।
सहृदय आभार ।
सुनंदा असवाल
सुनंदा असवाल
मैंसुनंदा
असवाल । मेरा र्न्म स्थान उत्तराखंड रामनगर क्र्ला नैनीिाल मेंहुआ । मेरी मािा र्ी लशक्षिका व वपिार्ी क्र्ला
ववद्यालय तनरीिक के पद पर थे । पाररवाररक पष्ृठभूलम बहुि ही संयतिि रही ।
मैंअंग्रेर्ी ववषय मेंपरास्नािक हूं, ववज्ञान संकाय से एक समय स्नािक की छारा रही थी । मानवागिकार की भी
मैंनेलशिा ली है । तनर् संस्थान मेंअध्यापन कायग पर हूं ।
यह मेरा प्रथम उपन्यास है। मेरा स्वप्न था कक ,मैंउपन्यास ललखूं ,ऐसा उपन्यास र्ो न ई पीढी व पुरानी पीढी को
एक सूर से र्ोडे । मुझे अत्यन्ि प्रसन्निा हैकक मैंअपने उद्देश्य मेंसफल हुई ।
साभार िन्यवाद ।
सुनंदा असवाल
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