देश के गौरव - रतन टाटा
जिन जीवन मूल्यों और नीतियों को मैं जीवन में जीता रहा। इसके सिवा मैं जो संपदा अपने पीछे छोड़ना चाहता हूँ। यह है, कि आप हमेशा जिस चीज को सही माने उसके साथ डट कर खड़े रहे और जहाँ तक संभव हो सके निष्पक्ष बने रहे। अगर हम उतार और चढ़ाव से परेशान हो जाएंगे, तो हम कुछ भी नहीं कर पाएंगे। हमें अगर जिंदगी में आगे बढ़ना है, तो या हमारे जीवन के लिये बहुत ही उपयोगी होता हैं। हमें इसे जीवन का हिस्सा समझना चाहिए। पैसा तब तक कमाओं जब तक महँगी चीज सस्ती ना लगने लगे।चाहे वो सम्मान हों या सामान यें जीवन आपका है इसे इतना भी गंभीर मत बनाईये। हम सब इस दुनिया में कुछ पलों के मेहमान है, तो जीवन का आनंद लीजिए।
हम सबने मिलकर ये संग्रह आदरणीय रतन टाटा जी को समर्पित किया है। ये एक छोटी सी भेट उनके जन्मदिन के अवसर पर हम ये किताब प्रकाशित कर रहे है। आशा करते है यह संग्रह आप सभी को पसंद आएगा।