इस पुस्तक के माध्यम से घनश्याम बताना चाहता है कि ग्रामीण क्षेत्र की प्रतिभा में कोई कमी नहीं है सिर्फ उसे सही मार्गदर्शन की आवश्यकता है उसके बाद वह प्रतिभा अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाया जा सकता है।
इनका नाम घनश्याम कुमार है इनके पिता का नाम श्री हरी लाल साह है। घनश्याम गरीब परिवार से अपना वास्ता रखता है घनश्याम बिहार के भागलपुर जिले के बिहपुर गांव का निवासी है घनश्याम अभी प्राथमिक शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय नगरपारा में शिक्षक बनने का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहा है साथ ही ग्रामीण बच्चों को शिक्षा देने का कार्य करता है।