ये क़िताब मेरे जीवन में घटी एक मुलाक़ात का लेखा जोखा है । मेरे जीवन की भाग दौड़ उस रोज़ धीमी पड़ गयी, जिस रोज़ मैं इस मुलाकात का हिस्सा बनी। इस किताब में मेरे एहसास मेरी बातें मेरे ज़ेहन में चल रही हर एक सोच अपनी बात रखी गयी है....मैं चाहती हूं कि इसे पढ़ने वाले हर एक शक्श को ये बात समझ आये की जीवन में घटी हर एक घटना जरूरी होती है और कुछ घटनाएं और मुलाक़ात कब आपका जीवन बन जाये कहा नही जा सकता।। ऐसी ही एक घटना पर आधारित है ये किताब जिसके अंदर लिखी बातों का एक गहरा रिश्ता है हर उस इंसान के साथ जिनके जीवन मे उनकी किसी न किसी मुलाक़ात का एक गहरा असर उनकी रूह पर होगा।।