“मेरे अल्फाज ही मेरी पहचान है..." एक शायरी पुस्तक है। जिसे पढ़कर आप लोग स्वयं को इससे जुड़ा हुआ पाएँगे और साथ ही इसका आनंद भी उठाएंगे। इस पुस्तक में लोगों की ज़िन्दगी से जुड़े हुए कुछ सवाल-जवाब है। जिन्हें शब्दों का रूप देकर व्यक्त किया गया है। जिंदगी बड़ी अहम होती है इसलिए इसको जितना जीना है खुशी से जियों। क्योंकि पता नही वक्त कब बदल जाये। इसलिए हमेशा ऐसा जियो जिससे किसी को दुख ना पहुँचे और अहम यह नहीं कि आप किसी की खुशी की वजह बने। अहम यह है कि आप और आपके आस-पास वाले खुश है। “मेरे अल्फाज ही मेरी पहचान है..” बहुत अच्छी पुस्तक है। इस पुस्तक में शायर ने अपनी प्रतिभा का जादू दिखाया है, जिसे पढ़कर आप सभी लोग अपने को इनसे अलग नहीं कर पाएँगे। आशा है कि आप सभी लोग इस पुस्तक को पढ़कर विशेष आनंदनुभूति का अनुभव करेंगे, आपके बहुमूल्य प्रतिक्रिया की आशा में।।