Experience reading like never before
Sign in to continue reading.
Discover and read thousands of books from independent authors across India
Visit the bookstore"It was a wonderful experience interacting with you and appreciate the way you have planned and executed the whole publication process within the agreed timelines.”
Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh PalArunima srivastava is the first-time author, who is always equipped with pen and diary, ever eager to write and she has been writing since she was 17 years old. She is very much fond of hindi literature and loves to speak her heart out in her poems.Read More...
Arunima srivastava is the first-time author, who is always equipped with pen and diary, ever eager to write and she has been writing since she was 17 years old. She is very much fond of hindi literature and loves to speak her heart out in her poems.
Read Less...Achievements
पढ़ने का हक़ तो सबको है पर आज भी कुछ लोग लड़कियों की पढाई के बारे में रूढ़िवादी सोच रखते है की लड़की की जगह सिर्फ शादी विवाह और चूल्हे चौके तक सिमित है. कई राज्यों के छोटे गाँव में ये स
पढ़ने का हक़ तो सबको है पर आज भी कुछ लोग लड़कियों की पढाई के बारे में रूढ़िवादी सोच रखते है की लड़की की जगह सिर्फ शादी विवाह और चूल्हे चौके तक सिमित है. कई राज्यों के छोटे गाँव में ये सोच आज भी ऐसी ही है, फिर भी यहाँ की लड़कियाँ इन सब से ऊपर उठ कर ऊचाईओं को छू रही है. ऐसी ही ऊँचाई तक के सफर की एक कहानी आपको इस पुस्तक में मिलेगी। "कन्यादान से पहले ज्ञान" ये हमारी सोच होनी चाहिए ताकि दुनिया की हर लड़की को सपने देखने और उन्हें पूरा करने का मौका मिले .... बिना इन सपनो की कीमत चुकाए। इस कहानी में भी सपने देखे गए, पर उन्हें पूरा करने के लिए बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ी.
Are you sure you want to close this?
You might lose all unsaved changes.
The items in your Cart will be deleted, click ok to proceed.