एक आम दिन, यशस्वी अपने दोस्तों के साथ घूमने गई मगर एक फ़ोन कॉल ने उसका दिन बदल दिया।
अंशुमान को अगवा कर एक अनजान जगह पर बंद कर दिया जाता है। वो अपने टूटे फ़ोन से एक अनजान नंबर पर मद�
शहर से गायब हो रहे युवाओं की खोज कर रही पुलिस के हाथ खाली थे. उर्वशी भी उसी गुमशुदा युवाओं में से एक थी. पर जब उसने अपने अपहर्ता को करीब से देखा तो पता चला उसका मक़सद कुछ और ही है.
एक आम दिन, यशस्वी अपने दोस्तों के साथ घूमने गई मगर एक फ़ोन कॉल ने उसका दिन बदल दिया।
अंशुमान को अगवा कर एक अनजान जगह पर बंद कर दिया जाता है। वो अपने टूटे फ़ोन से एक अनजान नंबर पर मद�
एक इंसानी तितली केशव एक भूतिया खँडहर में रहता है. सभी की नज़रों में वो कोई राक्षस या भटकती आत्मा है मगर असलियत में वो शांत स्वभाव का है और उसे फूलों से बेहद प्यार है. एक दिन उसकी मुला
‘इंद्रजीत' शहर का सबसे कुख़्यात गैंगस्टर है. उससे सभी लोग डरते है. अपने सालों से खून में सने हाथो को साफ़ करने उसने अचल संपत्ति का व्यवसाय शुरू करता है. 15 साल की उम्र अपना परिवार खो दे�
Keshav, a flying creature, lives in a haunted ruin. In the eyes of everyone, he is a demon or a wandering soul, but in reality he is of a calm nature and he is very much in love with flowers. One day he meets Vrinda who is allergic to flowers . Both fall in love with each other in spite of adversity. will they live together...
एक इंसानी तितली केशव एक भूतिया खँडहर में रहता है. सभी की नज़रों में वो कोई राक्षस या भटकती आत्मा है मगर असलियत में वो शांत स्वभाव का है और उसे फूलों से बेहद प्यार है. एक दिन उसकी मुला
उर्मी और लोकेश काम के चलते एक दूसरे को समय नहीं दे पाते थे. दोनों की हाल ही में शादी हुई थी इसलिए परिवार वालों ने दोनों के लिए ट्रैकिंग का प्लान बनाया और नई गाड़ी दे कर भेज दिया. शह�
ये कहानी है अक्षरा नाम की एक लड़की की जो एक फिल्म के लिए हद से ज्यादा दीवानी हो चुकी है. उसे अपने आसपास के लोगों से ज्यादा उस फिल्म से मतलब है. इसका नतीजा ये होता है एक दिन वो अपने आप
एक देहाती भारतीय परिवेश में पली बढ़ी लड़की संस्कृति को उसके पिता के दोस्त विदेश में रहकर उनके आधुनिक और आज़ाद सोच वाले बटे व्यास के लिए पसंद कर लेते हैं। घर वालों के दबाव में व�
पराग्रही एक विज्ञानं आधारित फंतासी कथा है. हरिणाक्षी ने जब अद्वैत से शादी की तो बहुत खुश थी क्योंकि वो उसे बहुत प्यार करता है. अद्वैत की माता-पिता न होने के कारण हरिणाक्षी के घर�